प्रमोद कुमार शर्मा
दिल्ली
यह स्पेशल तीर्थ यात्रा10 जुलाई 2025 और 05 फरवरी 2026 को दिल्ली/जयपुर से शुभ प्रस्थान करेगी ।
दिल्ली रेलवे स्टेशन से श्री टियर क्लास ( 3A / C) द्वारा लखनऊ के लिए प्रस्थान ।
चक्रतीर्थ स्नान, 88 हजार ऋषियों की तपस्थली, व्यासगद्दी। (लखनऊ से आगे बस द्वारा यात्रा और रात्रि विश्राम अयोध्या में)।
सरयू स्नान, रामजन्म भूमि, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, सीता रसोई, मनीराम छावनी। (रात्रि विश्राम अयोध्या में)।
मंदाकिनी स्नान, गुप्त गोदावरी, अनुसूया मंदिर, स्फटिक शिला इत्यादि। (रात्रि विश्राम चित्रकूट में)।
प्रातः त्रिवेणी संगम स्नान, अक्षयवट, पुराना किला, हनुमान मंदिर। (रात्रि विश्राम प्रयागराज में)।
मां विंध्यवासिनी (शक्तिपीठ) दर्शन, सीतामढ़ी दर्शन करते हुए रात्रि विश्राम वाराणसी में।
प्रातः गंगास्नान, और दोपहर 12 बजे होटल चेकआउट और भोजन के बाद आटो द्वारा काशी विश्वनाथ ज्योर्तिलिंग दर्शन, अन्नपूर्णा मंदिर, तुलसी मानस मंदिर दर्शन करते हुए रात्रि में (3A/C) रेल द्वारा दिल्ली के लिए प्रस्थान।
प्रातः दिल्ली पर मधुर स्मृतियों के साथ यात्रा समापन।
भोजन, चाय, नाश्ता, A/C ट्रांसपोर्टेशन, A/C डबल बैड होटल रूम, A/C रेल रिजर्वेशन का किराया ₹21,000/- प्रति सवारी होगा। अग्रिम बुकिंग हेतु ₹1,000/- प्रति यात्री नगद अथवा ऑनलाइन 'श्री शिव शंकर तीर्थ यात्रा' ऋषिकेश के S. B. I बैंक खाते में जमा करवा दें। शेष धनराशि यात्रा प्रारंभ के समय गाड़ी में बैठने पर ले ली जायेगी।
यात्रियों के लिए यात्रा में सुबह चाय, नाश्ता, दोपहर व रात्रि भोजन में दाल, एक सब्जी, चावल, रोटी रहेगी। शाम को चाय होगी। दाल-चावल व रोटी में देशी घी का प्रयोग होगा। सब्जी व नाश्ते में रिफाइंड का प्रयोग होगा। चावल बासमती बनेगा। समयानुसार यात्रियों को पापड़ व अचार भी भोजन के साथ दिया जायेगा। प्याज-लहसुन का प्रयोग पूर्णतः वर्जित होगा। भोजन शुद्ध शाकाहारी सात्विक बनाया जायेगा। यात्रा के दौरान तवा चपाती बनायी जायेगी व समय की उपलब्धता के अनुसार पूड़ी, पराठें व खिचड़ी भी बनायी जायेगी तथा यात्रा में समय अनुसार लंच पैकेट भी दिया जाएगा। रेल द्वारा लम्बी दूरी की यात्रा के दौरान भोजन की व्यवस्था I.R.C.T.C के अधिकृत भोजनालय से की जायेगी। दोपहर एवं रात्रि भोजन के साथ एक पानी की बोतल दी जायेगी ।
हमारी यात्रा में केवल सामान्य दवाई की ही व्यवस्था होगी। जो यात्री नियमित रूप से दवाई लेते हैं वे यात्री यात्रा प्रोग्राम के दिनो के अनुसार कृपया अपनी दवाईयां साथ में लावे | जरुरत पड़ने पर यात्री अपने खर्चे पर अस्पताल / डाक्टर की व्यवस्था अपनी सुविधानुसार कर सकते हैं। प्रत्येक यात्री टाईम टेबल के अनुसार चलने को बाध्य होंगे, यदि किसी कारणवश कोई ग्रुप से अलग होता है तो अगले स्टेशन / गन्तव्य पर यात्री अपने खर्चे पर पहुचेंगें। सभी बसे दर्शनीय स्थलो की पार्किंग तक जाएगी वहा से मन्दिरों की दूरी नगण्य है इसलिए यात्री स्वयं के खर्च से पैदल अथवा रिक्शे से वहाँ जा सकते हैं। इस प्रकार यात्रियों को पैदल कम चलना पड़ेगा। A/C बस यात्रा में A/C सुविधा केवल चलती बस में रहेगी पार्किंग में खड़ी बस में यह सुविधा नहीं होगी। संक्रमक रोगी, मादक पदार्थों का सेवन करने वाले वा झगडालू यात्री को यात्रा से पृथक करने का पूर्ण अधिकार मैनेजर का होगा।
रात्रि विश्राम के लिए होटल का प्रबन्ध यात्रियों के लिए डबल बैड रूम में किया जाएगा लेकिन अगर कोई अलग से सिंगल बेड रूम लेने चाहे तो ऐसे में यात्री ₹6000 प्रति रूम अतिरिक्त भुगतान करके ले सकते है
यात्री अपने साथ असली पहचान पत्र (आधारकार्ड और वोटर आई.डी.) और 1 पासपोर्ट साईज फोटो अवश्य साथ लावे। यात्रा बुक होने के बाद यात्री अपनी सीट कैंसिल करवाता है तो अग्रिम धनराशि वापिस नहीं की जायेगी। दर्शनीय स्थलों का प्रवेश शुल्क यात्रियों द्वारा वहन किया जायेगा।
यात्रियों को निम्नलिखित नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
यात्रा काल के दौरान आर्थिक, शारीरिक क्षति एवं सामान की जिम्मेदारी यात्री की स्वयं की होगी । व्यवस्थापक यात्रियों के नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगा ।
यदि कोई यात्री किन्हीं कारणवश अथवा अस्वस्थ होने की वजह से अपनी यात्रा अधूरी छोड़कर घर वापिस आना चाहेगा तो उस अवस्था में यात्री को व्यवस्थापक की तरफ से केवल घर तक पहुंचाने हेतु रेलवे का स्लीपर क्लास का टिकिट ही दिया जायेगा। यह व्यवस्था भी केवल यात्रा समाप्ति के 5 दिन पूर्व तक लागू होगी। किराया वापसी किसी भी अवस्था में देय नहीं होगा ।
यात्रा में रेल लेट होने / बस खराब होने / मौसम खराब होने / साप्ताहिक अवकाश / बन्द / रैली आदि के कारण सें किसी स्थान पर दर्शन ना होने पर व्यवस्थापक द्वारा कार्यक्रम में जो भी बदलाव किया जायेगा, यात्रियों से निवेदन है कि परिस्थतियों को समझते हुए उसमें अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
यात्रा काल में मैनेजर यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा देने की कोशिश करेंगे परन्तु फिर भी यात्रा के दौरान थोड़ी असुविधा होना स्वाभाविक है। उस समय 'परदेश नरेश कलेशन' की कहावत के अनुसार तपस्या की भावना से उसे सहन करें व मैनेजर को पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
बस में सबसे पीछे की (5 सीटर) सीट नॉन पुश बैक होती है| उसमें यात्री सहयोग बनाएं | सीट व्यवस्था लॉटरी सिस्टम से रहेगी|
यात्रा विवरण
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कुंभ में प्रयागराज, अयोध्या, नैमिषारण्य, वाराणसी, चित्रकूट यात्रा एक अद्वितीय अनुभव थी। इन पवित्र स्थलों की यात्रा ने आत्मिक शांति और धार्मिक अनुभव प्रदान किया। प्रत्येक स्थल की अपनी विशेषता और ऐतिहासिकता है, जो यात्रा को और भी रोचक बनाती है। कुंभ मेले का माहौल, श्रद्धालुओं की भक्ति और धार्मिक अनुष्ठान ने यात्रा को विशेष बना दिया।
कुंभ में विन्ध्यवासिनी देवी दर्शन, सीतामढ़ी, चित्रकूट और नैमिषारण्य यात्रा करना एक दिव्य अनुभव था। चित्रकूट का ऐतिहासिक महत्व, नैमिषारण्य की शांति, और आध्यात्मिक कंपन ने मेरे भीतर गहरी शांति का अनुभव कराया। यह एक आत्मा को छू लेने वाली तीर्थयात्रा थी जिसने मेरे दिल को छू लिया।
मुझे शिवशंकर तीर्थ यात्रा द्वारा आयोजित विन्ध्यवासिनी देवी दर्शन, सीतामढ़ी, चित्रकूट और नैमिषारण्य यात्रा का अनुभव करने का सौभाग्य मिला। विन्ध्यवासिनी देवी मंदिर की दिव्य आशीर्वाद, सीतामढ़ी की पवित्रता, चित्रकूट की मनमोहक सुंदरता, और नैमिषारण्य की आध्यात्मिक शांति वास्तव में मंत्रमुग्ध करने वाली थी। यह एक भक्ति से भरी यात्रा थी।
हम एक संगठित तरीके से तीर्थयात्रा आयोजित करते हैं जिसमें तीर्थयात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाला भोजन, सत्संग कार्यक्रम और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।