प्रमोद कुमार शर्मा
दिल्ली
यह स्पेशल तीर्थ यात्रा 19 मार्च 2025 को वृंदावन से प्रारम्भ होगी।
सम्पूर्ण यात्रा छोटी गाड़ी (सूमो व इको) द्वारा करायी जायेगी।
श्री धाम वृन्दावन में आपका आगमन एवं रात्रि विश्राम वृन्दावन में।
यमुना स्नान, यमुना पूजन, सात धारा गोपेश्वर, निधि वन, रंगनाथ मन्दिर, प्रातः से दोपहर तक (दोपहर का भोजन धर्मशाला में), सायंकाल के समय मानसरोवर, भांडेर वन राधा रानी की विवाह स्थली, बेल वन, माटवन ।
प्रातः जमुना स्नान विश्राम घाट (मथुरा) द्वारकाधीश मन्दिर, कृष्ण जन्म स्थली, जेल कारावास, बिडला मन्दिर, ध्रुव टीला महोली, तपोवन गायत्री मन्दिर (दोपहर का भोजन आश्रम में) सायंकाल जयपुर मन्दिर, कांच मन्दिर, जमाई ठाकुर, सीताराम मन्दिर।
प्रातः लोहवन, रावल दाऊजी, राधा रानी का जन्म स्थान, चिन्ताहरण महादेव, ब्रह्माण घाट, रमनरेती, गोकुल चौरासी खम्बा, पूतना वध, चन्द्रावली, पागल बाबा मन्दिर, अक्रूर घाट, वात्सल्य ग्राम (दोपहर का भोजन लन्च पैक)।
गोर्वधन परिक्रमा यात्रा (ई-रिक्शा द्वारा) (दोपहर का भोजन सुविधानुसार) । सायंकाल, इस्कॉन टैम्पल, वैष्णो देवी, अक्षय पात्र।
चार धाम मन्दिर, डीग जल महल, लक्ष्मण मंदिर, आदि बद्रीनाथ, चरण पहाड़ी, विमल कुण्ड, कामेश्वर महादेव (दोपहर भोजन लन्च पैक) सायंकाल प्रेम मन्दिर।
प्रातः बरसाना, घेवरवन, दानगढ़, मानगढ, राधारानी मन्दिर, ललिता सखी मन्दिर,मोरकुटी, (दोपहर का भोजन आश्रम में)। सायंकाल (स्वयं की सुविधानुसार बांके बिहारी मन्दिर, मदनमोहन मन्दिर ।)
नन्दगाँव, नन्द महल, चरण पहाडी, आशेश्वर महादेव, टेर कदम, संकेत वन, कोकिला वन, गौ चरण लीला, चरण चिन्ह, पावन सरोवर, जाववट, किशोरी कुंड, जय कुंड, ब्रह्मकुंड (दोपहर में लन्च पैक) टेर कुण्ड, चरण गंगा, शेख संया विष्णु दर्शन।
खेलनवन, विहारवन, एचादाऊजी, अक्षय वट, असली चीर घाट, कात्यायिनी देवी, कच्छ वन बिहारी दर्शन, कालिया नाग दमन (दोपहर का भोजन आश्रम में) ।
यमुना पूजन (वृन्दावन) एवं वृन्दावन धाम की सामुहिक परिक्रमा यात्रापूर्ण संकल्प (यात्रा सम्पन्न) एवं दोपहर भोजन के बाद स्वधाम प्रस्थान।
रात्रि विश्राम आश्रम / गेस्ट हाउस वृन्दावन में (तीन / चार बैड के अटैच लैट-बाथरूम कमरों में), चाय, नाश्ता, भोजन, पीने के लिए RO पानी / बोतल, घुमाने के लिए छोटी गाड़ी सहित किराया ₹15,001/- प्रति यात्री होगा।
एडवांस बुकिंग हेतु: ₹1,000/- प्रति यात्री नगद अथवा ऑनलाइन 'श्री शिव शंकर तीर्थ यात्रा' ऋषिकेश के SBI बैंक खाते में जमा करवा दें। बकाया किराया वृन्दावन पहुँचने पर संस्था द्वारा लिया जाएगा।
हमारी यात्रा वृन्दावन से शुरू होकर वृन्दावन पर सम्पन्न होगी। यात्री अपनी सुविधानुसार वृन्दावन / मथुरा स्टेशन पहुंचेंगे।
यात्रियों के लिए यात्राकाल में सुबह की बेड टी, नाश्ता, दोपहर व रात्रि भोजन में एक दाल, एक सब्जी, चावल, रोटी का पूरा प्रबन्ध होगा। शाम को चाय दी जायेगी। दाल-चावल, रोटी में देशी घी का प्रयोग होगा। सब्जी व नाश्ते में रिफाइड तेल का प्रयोग होगा। चावल देहरादूनी बासमती बनाया जायेगा। समय की उपलब्धता के आधार पर यात्रियों को पापड़ व अचार भी भोजन के साथ दिया जायेगा। प्याज-लहसुन का प्रयोग पूर्णतः वर्जित होगा। भोजन शुद्ध शाकाहारी सात्विक बनाया जायेगा। यात्रा के दौरान तवा चपाती बनायी जायेगी व समय की उपलब्धता के अनुसार पूड़ी, पराठें व खिचड़ी भी बनायी जायेगी तथा पैदल यात्रा ( यमनोत्री - केदारनाथ) में नाश्ता व लंच पैकेट दिया जाएगा।
आवश्यक सामान- कृपया प्रत्येक यात्री 1 गिलास, 1 चम्मच, गरम शॉल, चादर (बैडशीट), गरम कपड़े, रेनकोट, टार्च, मोमबत्ती, कपड़े सुखाने की रस्सी, पानी की बोतल, ताला चाबी, नियमित दवाईयां (जो रोजाना आप लेते हैं) आदि सामान अवश्य अपने साथ लावें। भोजन हेतु डिस्पोजल / बर्तनों की व्यवस्था संस्था करेगी। यात्री अपने साथ ओरिजनल पहचान पत्र अवश्य लाये ।
यात्रियों के सामान की सुरक्षा हेतु चौकीदार की सुविधा, चाय, नाश्ता, भोजन बनाने वालों व घुमाने के लिए पर्याप्त व्यक्तियों का प्रबन्ध समिति द्वारा किया जायेगा। कोई भी यात्री सोने व चांदी के जेवर पहनकर न आये। यात्राकाल के दौरान आर्थिक एवं शारीरिक क्षति की जिम्मेदारी यात्री की स्वयं की होगी। व्यवस्थापक यात्रियों के नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगा।
हमारी यात्रा में अकेले वृद्धजन व महिलाएं भी आराम से यात्रा कर सकती हैं। क्योंकि यात्रा का माहौल घर-परिवार जैसा ही रहता है जिस कारण अकेलापन महसूस नहीं होगा।
यात्रियों को चाहिए कि प्रत्येक यात्री अपनी बकाया धनराशि देने के वास्ते अपने साथ नकद रूपया अथवा किसी भी बैंक का ड्राफ्ट/ चैक ‘‘श्री शिवशंकर तीर्थ यात्रा (रजि0)’’ के नाम पर ऋषिकेश शाखा का बनवाकर साथ में लावें।
रात्रि विश्राम के लिए गेस्ट हाउस का प्रबन्ध समस्त यात्रियों के लिए सामूहिक रूप से चार/पांच बैड के अटैच लैट - बाथरूम कमरों में किया जाएगा व प्रत्येक यात्री के लिए सिंगल पलंग व बिस्तर का प्रबन्ध संस्था द्वारा किया जायेगा। पर्वतीय क्षेत्र में सीमित व्यवस्थाओं के कारण द्वितीय व तृतीय मंजिल पर ठहराने की व्यवस्था होगी जिसमे आपका सहयोग अपेक्षित है।
यात्रियों को निम्नलिखित नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
यह यात्रा पर्वतीय क्षेत्र की है। अतः यात्रा के दौरान परिस्थितियों की वजह से कार्यक्रम के समय व मार्ग में परिवर्तन आ सकता है। संस्था के कार्यकर्ता यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा देगें फिर भी पर्वतीय क्षेत्र होने की वजह से असुविधा होना स्वभाविक है अतः उस समय तपस्या की भावना से उसे सहन करें व मैनेजर को पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
संक्रामक रोगी, अनुचित व्यवहार करने वाले व अस्वस्थ यात्री को यात्रा से पृथक करने का पूर्ण अधिकार मैनेजर के पास रहेगा व समस्त विवादों का न्यायक्षेत्र ऋषिकेश रहेगा ।
यात्रा के दौरान यात्रियों की देखभाल व घुमाने के वास्ते संस्था के कार्यकर्ता साथ रहेगें फिर भी आर्थिक, शारीरिक क्षति व प्राकृतिक आपदा के लिए यात्री स्वयं जिम्मेदार होगें ।
यमुनोत्री में एक तरफ से 7 किलोमीटर पैदल की यात्रा है एवं केदारनाथ में 17 किलोमीटर की पैदल यात्रा है। यात्री अपने स्वयं के खर्च पर घोड़ा, पालकी एवं हेलीकॉप्टर की व्यवस्था कर सकते हैं।
यात्री अपनी बुकिंग सम सख्यां के अनुसार जैसे 2, 4, 6 के हिसाब से करवाने का प्रयास करें, ताकि 2X2 बसों में बैठने एवं कमरों में ठहरने में कोई असुविधा ना हो।
यदि कोई यात्री किसी भी कारणवश या अस्वस्थ होने की वजह से यात्रा अधूरी छोड़ेगा तो उसको यात्रा का जमा किराया वापस नहीं लौटाया जायेगा ।
बस में सबसे पीछे की (5 सीटर) सीट नॉन पुश बैक होती है| उसमें यात्री सहयोग बनाएं | सीट व्यवस्था लॉटरी सिस्टम से रहेगी|
यात्रा विवरण
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हमें कॉल करने में संकोच न करें। हमारे पास विशेषज्ञों की एक टीम है जो आपके सभी प्रश्नों का समाधान करेगी। धन्यवाद।
शिवशंकर तीर्थ यात्रा ने ब्रज चौरासी कोस यात्रा पैकेज का आकर्षक प्रस्ताव दिया। ब्रज की पवित्र भूमि की खोज एक दिव्य अनुभव था। मथुरा और वृंदावन के प्रसिद्ध मंदिरों से लेकर गोवर्धन के सुखद वातावरण तक, हर पल आध्यात्मिक आनंद से भरा हुआ था। अच्छी तरह से योजनाबद्ध टूर पैकेज ने ब्रज की पवित्र स्थलों के माध्यम से एक यादगार यात्रा सुनिश्चित की।
शिवशंकर तीर्थ यात्रा के साथ ब्रज चौरासी कोस यात्रा पर जाना एक आध्यात्मिक जागरण था। अच्छी तरह से तैयार किए गए टूर पैकेज ने मुझे मथुरा, वृंदावन और गोवर्धन की दिव्य आभा में आत्मसात होने का अवसर प्रदान किया। प्राचीन मंदिरों की यात्रा से लेकर जीवंत संस्कृति का अनुभव करने तक, ब्रज की इस यात्रा ने वास्तव में मनमोहक और आत्मा को संजीवनी देने वाला अनुभव प्रदान किया।
शिवशंकर तीर्थ यात्रा का ब्रज चौरासी कोस यात्रा पैकेज मथुरा, वृंदावन और गोवर्धन की पवित्र भूमि का द्वार था। यह यात्रा मुझे एक आध्यात्मिक यात्रा पर ले गई, जहां मैंने पवित्र स्थलों की खोज की और शाश्वत परंपराओं का साक्षात्कार किया। अच्छी तरह से प्रशिक्षित गाइडों और निर्बाध व्यवस्थाओं के साथ, यह तीर्थ यात्रा एक आनंदमय अनुभव था।
हम एक संगठित तरीके से तीर्थयात्रा आयोजित करते हैं जिसमें तीर्थयात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाला भोजन, सत्संग कार्यक्रम और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।