प्रमोद कुमार शर्मा
दिल्ली

यह स्पेशल तीर्थ यात्रा 03 सितम्बर 2025 व 11 मार्च 2026 दिल्ली से प्रारम्भ होगी।
दिल्ली / जयपुर / इंदौर / मुंबई एयरपोर्ट से कोलंबो एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान।
पिननावाला हाथी अनाथालय (चिड़ियाघर)।
कैंडी सिटी भ्रमण, जेम्स म्यूजियम एवं श्रीलंका का सांस्कृतिक कार्यक्रम।
कैंडी श्रीलंकामल्लिका, बौद्ध मंदिर दर्शन। (रात्रि विश्राम: कैंडी)
टी प्लांटेशन, टी गार्डन, टी फैक्ट्री (यहां चाय का निर्माण पूरा प्रोसेस देखा जाता है)।
पंच वाटर फॉल अलोका, हनुमान मंदिर (मेघनाद ने हनुमान जी को बांधा था)।
108 शिवलिंग मंदिर (मेघनाद तपस्या भूमि), महा गुरुजी स्मारक, गुरु पीठम, गायत्री पीठम, ग्रेगरी पार्क व लेक भ्रमण। (श्रीलंका का कश्मीर)
(अशोक वाटिका), विश्व प्रसिद्ध माँ सीता मंदिर, हनुमान पदचिन्ह, हनुमान सीता मिलन स्थल, सीता नदी (इस स्थल पर माँ सीता को हनुमान जी के अजर-अमर होने का प्रमाण पत्र मिला था), सुंदर झील अलोका। (रात्रि विश्राम: नुवारा एलिया)
दिविनोकोलपोत यात्रा (इस पवित्र भूमि पर माँ सीता जी ने अपने सतीत्व की अग्नि परीक्षा दी)।
सीता माता का मंदिर, हनुमान जी का मंदिर।
श्रीलंका की अध्यात्म व्यवस्था का आधार मसालों व जड़ी-बूटियों के गार्डन का भ्रमण। (रात्रि विश्राम: सिंगरिया)
सिंगिरिया रॉक (भारतीय मान्यता के अनुसार- अलौकिक रावण महल के चारों ओर को परिक्रमा ऑटो के द्वारा, रावण कैनाल)।
त्रिन्कोमाली बोट, डियर पार्क, कोनेश्वर मंदिर दर्शन (श्री रामचंद्र जी द्वारा स्थापित श्रीलंका में तीसरा मंदिर), शक्तिपीठ मंदिर दर्शन, रावण वेध, रावण युद्ध परीक्षण भूमि (जहां शंकर भगवान द्वारा रावण को एक शक्तिवान तलवार दी थी), शक्तिपीठ शक्ति परिक्षेत्र एवं पहाड़ के दो टुकड़े देखने का स्थान।
शंकरि देवी (इंद्रजित देवी) (51 शक्तिपीठों में सम्मिलित, जहाँ माँ सती की दाएँ पैर की पायल गिरी थी), लक्ष्मीनारायण मंदिर दर्शन। (रात्रि विश्राम: त्रिन्कोमाली)
मानावरी मंदिर (भगवान शंकर, स्वयं श्री रामचंद्र जी द्वारा स्थापित श्रीलंका में दूसरा मंदिर)।
मुननेस्वर (भगवान शंकर मंदिर, श्री रामचंद्र जी द्वारा स्थापित श्रीलंका में पहला मंदिर)।
श्रीलंका का विश्व प्रसिद्ध भगवती मुन्रिका (कालीका जी) मंदिर दर्शन। (रात्रि विश्राम: कोलंबो)
विशेषण मंदिर, अंजनियर मंदिर, पंचमुख हनुमान मंदिर, रावणिक मंदिर, कोलंबो सिटी टूर, इंडिपेंडेंस स्क्वायर, गंगारामाया बौद्ध मंदिर, लोटस टावर, लोटस प्रिंट, लोटस टॉवर एवं मार्केटिंग।
दिल्ली / जयपुर / इंदौर / मुंबई एयरपोर्ट पर यात्रा समाप्त।
यात्रा शुल्क व भुगतान की जानकारी: यात्रा कुल किराया 69,000 प्रति व्यक्ति, इसमें शामिल हैं। हवाई यात्रा कोलंबो आने-जाने की टिकट, पुशबैक डीलक्स बस यात्रा, डबल बेड होटल रूम, भोजन, चाय, नाश्ता आदि । बुकिंग राशि
25,000 प्रति यात्री यह राशि नगद या ऑनलाइन 'श्री शिव शंकर तीर्थ यात्रा' (ऋषिकेश) के बैंक खाते में जमा करानी होगी। शेष भुगतान यात्रा प्रारंभ होने से कम से कम 21 दिन पहले करना अनिवार्य है।
विशेष सूचना: यदि कोई यात्री बुकिंग के बाद यात्रा रद्द करता है, तो अग्रिम राशि वापसी नहीं की जायेगी।
प्रतिदिन सुबह की चाय, नाश्ता, दोपहर व रात्रि का शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलेगा। भोजन का मेनू होटल द्वारा पहले से निर्धारित रहेगा।
यात्रियों को डबल बेड रूम प्रदान किया जाएगा। होटल में चेक-इन व चेक-ऑउट समय स्थानिय नियमों के अनुसार रहेगा। यदि कोई यात्री सिंगल रूम लेना चाहता है, तो उसे 8,000 अतिरिक्त भुगतान करना होगा। इसके लिए पूर्व में सूचना देनी होगी।
चेक-इन बैग अधिकतम 15 किलो, हैंड बैग अधिकतम 7 किलो। पावर बैंक केवल हैंड बैग में रखें। कैंची, नेल कटर, चाकू, नारियल आदि फ्लाइट में ले जाना मना है। यात्रियों को उनका बोर्डिंग पास फ्लाइट से 12 घंटे पूर्व Whatsapp पर भेजा जाएगा। यात्रा के दिन फ्लाइट डिपार्चर से 3 घंटे पहले संबंधित टर्मिनल पर संस्था के प्रतिनिधि से मिलें। हवाई यात्रा के नियम यात्रियों के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप ही लागू होंग
यात्रा के लिए पासपोर्ट की मूल प्रति साथ लाना अनिवार्य है। साथ ही पासपोर्ट की वैधता यात्रा की तिथि से कम से कम 6 महीने शेष होना आवश्यक है। बुकिंग के बाद पासपोर्ट की आगे-पीछे व ओरिएंटेशन पेज की स्कैन कॉपी WhatsApp (9640100200) पर भेजनी होगी।
पुशबैक डीलक्स A/C बस व A/C टैंपो ट्रेवलर से यात्रा होगी। ए.सी. सुविधा केवल चलती बस में रहेगी।
दर्शनीय स्थलों का प्रवेश शुल्क और विशेष पूजा आदि का खर्च यात्री स्वयं वहन करेंगे। यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की शारीरिक / आर्थिक क्षति या सामान की हानि की जिम्मेदारी यात्री की स्वयं की होगी। व्यवस्थापक उत्तरदायी नहीं होंगे। अगर कोई यात्री अस्वस्थता के कारण यात्रा बीच में छोड़ता है, तो घर वापसी की व्यवस्था और खर्च उसी यात्री की जिम्मेदारी होगी। कोई भी राशि वापस नहीं की जाएगी। आवश्यकता होने पर, यात्री स्वयं के खर्चे पर डॉक्टर / अस्पताल की व्यवस्था कर सकते हैं। समय पालन अनिवार्य है। कोई भी यात्री यदि ग्रुप से पीछे छूट जाता है तो अगले गंतव्य पर स्वयं के खर्चे पर पहुँचना होगा। सभी बसें दर्शनीय स्थलों की पार्किंग तक ही जाएंगी, वहाँ से मंदिर की दूरी बहुत कम होगी। यात्री स्वयं के खर्च पर पैदल या रिक्शा द्वारा मंदिर जा सकते हैं।
मौसम की खराबी, बस/फ्लाइट/रेल के विलंब, अथवा स्थानीय कारणों जैसे रैली, साप्ताहिक अवकाश, बंद आदि के कारण कुछ स्थलों के दर्शन संभव नहीं हो पाते हैं। ऐसी स्थिति में कार्यक्रम में आवश्यकतानुसार परिवर्तन किए जा सकते हैं। यात्रियों से विनम्र अनुरोध है कि कृपया इन परिस्थितियों में धैर्य और सहयोग बनाए रखें। यात्रा संस्था आपकी सुविधा का पूरा प्रयास करती है, फिर भी यात्रा के दौरान कुछ असुविधाएँ संभव हैं। कृपया उन्हें तपस्या की भावना से स्वीकार करें और यात्रा मैनेजर का पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
यात्रियों को निम्नलिखित नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
यात्रा काल के दौरान आर्थिक, शारीरिक क्षति एवं सामान की जिम्मेदारी यात्री की स्वयं की होगी। व्यवस्थापक यात्रियों के नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगा। फ्लाइट और रेल के नियमों का पालन करें।
यात्री को आवश्यकता पड़ने पर यात्री अपने खर्चे पर अस्पताल / डाक्टर की व्यवस्था अपनी सुविधानुसार कर सकते हैं। प्रत्येक यात्री टाईम टेबल के अनुसार चलने को बाध्य होंगे, यदि किसी कारणवश कोई ग्रुप से अलग होता है तो अगले स्टेशन / गन्तव्य पर यात्री अपने खर्चे पर पहुचेंगें। सभी बसे दर्शनीय स्थलो की पार्किंग तक जाएगी वहा से मन्दिरों की दूरी नगण्य है इसलिए यात्री (स्वयं के खर्च से पैदल अथवा रिक्शे से वहाँ जा सकते हैं। इस प्रकार यात्रियों को पैदल कम चलना पड़ेगा।
यदि कोई यात्री किन्हीं कारणवश अथवा अस्वस्थ होने की वजह से अपनी यात्रा अधूरी छोड़कर घर वापिस आना चाहेगा तो उस अवस्था में यात्री को व्यवस्थापक की तरफ से केवल घर तक पहुंचाने हेतु रेलवे का स्लीपर क्लास का टिकिट ही दिया जायेगा। यह व्यवस्था भी केवल यात्रा समाप्ति के 5 दिन पूर्व तक लागू होगी। किराया वापसी किसी भी अवस्था में देय नहीं होगा ।
यात्रा में फ्लाइट लेट होने / बस खराब होने / मौसम खराब होने/साप्ताहिक अवकाश / बन्द / रैली आदि के कारण से किसी स्थान पर दर्शन ना होने पर व्यवस्थापक द्वारा कार्यक्रम में जो भी बदलाव किया जायेगा, यात्रियों से निवेदन है कि परिस्थतियों को समझते हुए उसमें अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
यात्रा काल में मैनेजर यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा देने की कोशिश करेंगे परन्तु फिर भी यात्रा के दौरान थोड़ी असुविधा होना स्वाभाविक है। उस समय 'परदेश नरेश कलेशन' की कहावत के अनुसार तपस्या की भावना से उसे सहन करें व मैनेजर को पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
यात्रा विवरण
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शिवशंकर तीर्थ यात्रा का श्रीलंका रामायण यात्रा दर्शन पैकेज एक दिव्य अनुभव था। श्रीलंका के पवित्र मंदिरों की यात्रा करना और 9 देवी से आशीर्वाद प्राप्त करना वास्तव में अद्भुत था। अच्छी तरह से योजनाबद्ध यात्रा कार्यक्रम, आरामदायक आवास, और जानकार मार्गदर्शकों ने इस यात्रा को आध्यात्मिक रूप से समृद्ध बना दिया। एक ऐसा तीर्थ यात्रा जिसे हमेशा संजोया जाएगा।
शिवशंकर तीर्थ यात्रा का श्रीलंका रामायण यात्रा एक आत्मा को छूने वाला अनुभव था। श्रीलंका की सुरमई घाटियों के माध्यम से यात्रा करते हुए, देवी के पवित्र तीर्थ स्थलों की यात्रा ने मेरे दिल को भक्ति से भर दिया। सुव्यवस्थित यात्रा, गर्मजोशी से स्वागत, और शांत वातावरण ने इसे वास्तव में एक दिव्य यात्रा बना दिया।
शिवशंकर तीर्थ यात्रा का श्रीलंका रामायण यात्रा दर्शन यात्रा पैकेज देवी के आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए एक दिव्य तीर्थ यात्रा थी। श्रीलंका के बीच स्थित शांत मंदिरों से लेकर सिगिरिया की सुंदरता तक, हर पल आध्यात्मिकता और शांति से भरा हुआ था। एक पवित्र यात्रा जिसने आत्मा को पुनर्जीवित किया।
हम एक संगठित तरीके से तीर्थयात्रा आयोजित करते हैं जिसमें तीर्थयात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाला भोजन, सत्संग कार्यक्रम और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।