प्रमोद कुमार शर्मा
दिल्ली

यह स्पेशल तीर्थ यात्रा 15 नवम्बर 2025, 14 मार्च व 16 अप्रैल 2026 को दिल्ली से शुभ प्रस्थान करेगी।
दिल्ली से फ्लाईट द्वारा बागडोगरा के लिए प्रस्थान रात्रि सिलीगुड़ी में ।
दूसरा दिन:गंगटोक प्राकृतिक सौन्दर्यावलोकन करते हुए गंगटोक होटल पहुंचेगें लंच के बाद वाटर फाल्स, बुद्धिस्ट मन्दिर, मोनेस्ट्री म्यूजियम, रोपवे, फूलों की प्रदर्शनी, तशी व्यू पॉइंट, गणेश टोक, हनुमान टोक, कॉटेज इन्डस्ट्री, हेंडीक्राफ्ट सेन्टर ( रात्रि विश्राम गंगटोक में)
नाथुलादर्रा चाइना बोर्डेर, नया बाबा हरनाम सिंह मन्दिर, झांगुलेक ।(रात्रि गंगटोक )।
नामची प्रसिद्ध सिद्धेश्वर धाम मन्दिर चारधाम मन्दिर, साईं मंदिर (रात्रि दार्जिलिंग)
दार्जिलिंग चिड़ियाघर, हिमालयन माउन्टेनियरिंग, तेनजिंग रॉक, पीकपैगोडा, रिफ्यूजी सेन्टर, मैरी-टी गार्डन, सनराईज प्वांइट, टाईगर हिल (रात्रि विश्राम दार्जिलिंग में)।
फुंटशोलिंग गाड़ी द्वारा भूटान बॉर्डर के लिए प्रस्थान (रात्रि जयगांव / फुंटशोलिंग) ।
फुंटशोलिंग से पारो के वास्ते प्रस्थान | वॉटरफॉल, पारो लेक दिखाते हुए, रात्रि पारो ।
पारो नेशनल म्यूजियम, पारो ज़ोंग, टाइगर नेस्ट व्यू, रात्रि पारो
थिम्पू पारो से थिम्पू के लिए प्रस्थान व थिम्पू आगमन दोपहर भोजन के पश्चात थिम्पू | शहर प्राकृतिक सौंदर्य भ्रमण (रात्रि विश्राम थिम्पू) ।
थिम्पू से पूनाखा के लिए प्रस्थान व पुनाखा के प्रमुख स्थलों का भ्रमण किया जाएगा। | (रात्रि विश्राम थिम्पू)
चुखा बाँध दिखाते हुए थिम्पू से जयगांव / फंटशोलिंग बॉर्डर हेतु प्रस्थान (रात्रि विश्राम जयगांव / सिलिगुडी) ।
फ्लाइट द्वारा बागडोगरा से दिल्ली के लिए प्रस्थान, दिल्ली एयरपोर्ट पर मधुर स्मृतियों के साथ यात्रा समापन ।
भोजन, चाय, नाश्ता, इन्नोवा / कोस्टर बस, डबल बैड होटल रूम, फ्लाईट (दिल्ली- बागडोगरा - दिल्ली ) द्वारा का किराया 55,000/- प्रति सवारी होगा। अग्रिम बुकिंग हेतु
10,000/- प्रति यात्री नगद अथवा ऑनलाइन 'श्री शिव शंकर तीर्थ यात्रा' ऋषिकेश के S.B.I बैंक खाते में जमा करवा दें। शेष धनराशि यात्रा से पूर्व ली जायेगी। नाथुलादर्रा चाईना बॉर्डर जाने के लिए मिलिट्री से परमिशन लेनी पडती है, यदि किसी कारणवश परमिशन नहीं मिलती है तो उसकी जगह झांगुलेक दिखाई जायेगी। पहाड़ों पर A/C सुविधा नहीं रहेगी।
दर्शनीय स्थलों का प्रवेश शुल्क और विशेष पूजा आदि का खर्च यात्री स्वयं वहन करेंगे।
यात्रियों के लिए यात्रा में सुबह चाय, नाश्ता, दोपहर व रात्रि भोजन में दाल, एक सब्जी, चावल, रोटी रहेगी। शाम को चाय होगी। दाल-चावल व रोटी में देशी घी का प्रयोग होगा। सब्जी व नाश्ते में रिफाइंड का प्रयोग होगा। चावल बासमती बनेगा। प्याज-लहसुन का प्रयोग पूर्णतः वर्जित होगा। भोजन शुद्ध शाकाहारी सात्विक बनाया जायेगा। यात्रा के दौरान तवा चपाती बनायी जायेगी व समय की उपलब्धता के अनुसार पूड़ी, पराठें व खिचड़ी भी बनायी जायेगी तथा यात्रा में समय अनुसार लंच पैकेट भी दिया जाएगा। रेल द्वारा लम्बी दूरी की यात्रा के दौरान भोजन की व्यवस्था I.R.C.T.C के अधिकृत भोजनालय से की जायेगी। दोपहर एवं रात्रि भोजन के साथ एक पानी की बोतल दी जायेगी।
रात्रि विश्राम के लिए होटल का प्रबन्ध यात्रियों के लिए डबल बैड रूम में किया जाएगा लेकिन अगर कोई अलग से सिंगल बेड रूम लेने चाहे तो ऐसे में यात्री 8000 प्रति रूम अतिरिक्त भुगतान करके ले सकते है। A/C सुविधा केवल चलती बस में रहेगी पार्किंग में खड़ी बस में यह सुविधा नहीं होगी। यात्री अपने साथ बुकिंग के समय दिए गए असली पहचान पत्र (आधार कार्ड / वोटर आई.डी.) और एक पासपोर्ट साइज फोटो अवश्य लाएं।
फ्लाइट यात्रा में पावर बैंक केवल हैंड बैग में रखें। कैंची, नेल कटर, चाकू, नारियल आदि सामान ले जाना वर्जित है। प्रत्येक यात्री 15 किलो चेक-इन बैग और 7 किलो हैंड बैग ले जा सकता है। बोर्डिंग पास फ्लाइट से 12 घंटे पहले व्हाट्सएप पर भेजा जाएगा। कृपया टिकट पर दिए टर्मिनल पर, फ्लाइट समय से 3 घंटे पहले डिपार्चर गेट पर संस्था के प्रतिनिधि से मिलें।
यात्रा बुक होने के बाद यात्री अपनी सीट कैंसिल करवाता है तो अग्रिम धनराशि वापिस नहीं की जायेगी। दर्शनीय स्थलों का प्रवेश शुल्क यात्रियों द्वारा वहन किया जायेगा ।
यात्रियों को निम्नलिखित नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
यात्रा काल के दौरान आर्थिक, शारीरिक क्षति एवं सामान की जिम्मेदारी यात्री की स्वयं की होगी। व्यवस्थापक यात्रियों के नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगा। फ्लाइट और रेल के नियमों का पालन करें।
यात्री को आवश्यकता पड़ने पर यात्री अपने खर्चे पर अस्पताल / डाक्टर की व्यवस्था अपनी सुविधानुसार कर सकते हैं। प्रत्येक यात्री टाईम टेबल के अनुसार चलने को बाध्य होंगे, यदि किसी कारणवश कोई ग्रुप से अलग होता है तो अगले स्टेशन / गन्तव्य पर यात्री अपने खर्चे पर पहुचेंगें। सभी बसे दर्शनीय स्थलो की पार्किंग तक जाएगी वहा से मन्दिरों की दूरी नगण्य है इसलिए यात्री (स्वयं के खर्च से पैदल अथवा रिक्शे से वहाँ जा सकते हैं। इस प्रकार यात्रियों को पैदल कम चलना पड़ेगा।
यदि कोई यात्री किन्हीं कारणवश अथवा अस्वस्थ होने की वजह से अपनी यात्रा अधूरी छोड़कर घर वापिस आना चाहेगा तो उस अवस्था में यात्री को व्यवस्थापक की तरफ से केवल घर तक पहुंचाने हेतु रेलवे का स्लीपर क्लास का टिकिट ही दिया जायेगा। यह व्यवस्था भी केवल यात्रा समाप्ति के 5 दिन पूर्व तक लागू होगी। किराया वापसी किसी भी अवस्था में देय नहीं होगा ।
यात्रा में फ्लाइट लेट होने / बस खराब होने / मौसम खराब होने/साप्ताहिक अवकाश / बन्द / रैली आदि के कारण से किसी स्थान पर दर्शन ना होने पर व्यवस्थापक द्वारा कार्यक्रम में जो भी बदलाव किया जायेगा, यात्रियों से निवेदन है कि परिस्थतियों को समझते हुए उसमें अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
यात्रा काल में मैनेजर यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा देने की कोशिश करेंगे परन्तु फिर भी यात्रा के दौरान थोड़ी असुविधा होना स्वाभाविक है। उस समय 'परदेश नरेश कलेशन' की कहावत के अनुसार तपस्या की भावना से उसे सहन करें व मैनेजर को पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
यात्रा विवरण
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शिवशंकर तीर्थ यात्रा के सिक्किम और भूटान यात्रा एक अद्भुत अनुभव रही। गंगटोक और दार्जिलिंग के प्राकृतिक नज़ारे, पारो की शांति और थिम्पू की आधुनिकता ने इस यात्रा को अविस्मरणीय बना दिया। पूरी यात्रा अच्छी तरह से संगठित और बेहद सुखद रही।
शिवशंकर तीर्थ यात्रा के सिक्किम और भूटान यात्रा यह यात्रा मेरे जीवन के सबसे यादगार पलों में से एक रही। सिक्किम और भूटान की संस्कृति, परंपरा और प्राकृतिक सौंदर्य ने दिल को छू लिया। ट्रिप पूरी तरह आरामदायक और सुव्यवस्थित थी।
शिवशंकर तीर्थ यात्रा के सिक्किम और भूटान यात्रा भूटान की शांत वादियाँ, थिम्पू की जीवनशैली और सिक्किम के दर्शनीय स्थल देखने लायक थे। गाइड्स बहुत जानकार और सहायक थे। यात्रा का हर दिन रोमांच और आध्यात्मिक शांति से भरा रहा।।
हम एक संगठित तरीके से तीर्थयात्रा आयोजित करते हैं जिसमें तीर्थयात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाला भोजन, सत्संग कार्यक्रम और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।