सुधा देवी वर्मा
दिल्ली

यात्रा प्रारम्भ: 30 अक्टूबर 2025, 09 अप्रैल 2026 (यात्रा समय: 12 दिन / 11 रातें)
दिल्ली से गोरखपुर 3 ए. सी. रेल रिर्जेवेशन द्वारा शुभ प्रस्थान
कोचीन मैरिन ड्राईव, कोचीन पोर्ट, कोचीन बीच आदि (रात्रि कोचीन)
लुम्बिनी साईट सीन, भगवान बुद्ध जन्म स्थली । रात्रि लुम्बिनी/पोखरा
पोखरा भ्रमण, विन्धयावासिनी मन्दिर, गुप्तेश्वर पातालेश्वर महादेव, देवेशफाल (रात्रि विश्राम पोखरा)
मुक्तिनाथ प्रातः मुक्तिनाथ मन्दिर दर्शन हेतु प्रस्थान रात्रि विश्राम सुविधानुसार (पोखरा से मुक्तिनाथ स्थानीय सूमो / बस द्वारा)
जोमसम से पोखरा के लिए प्रस्थान (रात्रि विश्राम पोखरा)
मनोकामना मन्दिर रवाना एवं मनोकामना देवी दर्शन। रात्रि काठमांडू
काठमांडू पशुपतिनाथ दर्शन, बागमति गंगा, स्वयंभू, बूढ़ा नीलकण्ठ दर्शन ( रात्रि विश्राम काठमाण्डू)
चित्तवन नेशनल पार्क (रात्रि विश्राम चित्तवन)
जनकपुर राममन्दिर, सीता विवाह स्थल (रात्रि जनकपुर)
जनकपुर से सीतामणी व रेल रिर्जवेशन द्वारा दिल्ली प्रस्थान
प्रातः दिल्ली मधुर स्मृतियों के साथ यात्रा समापन ।
भोजन, चाय, नाश्ता, A/C पुशबेक डीलक्स बस, A/C डबल बैड होटल रूम, (3 A/C) रेल रिजर्वेशन द्वारा का किराया 36,001/- प्रति सवारी होगा। अग्रिम बुकिंग हेतु
5,000/- प्रति यात्री नगद अथवा ऑनलाइन' श्री शिव शंकर तीर्थ यात्रा' ऋषिकेश के S.B.I बैंक खाते में या हमारी किसी भी अधिकृत बुकिंग एजेन्सी पर जमा करवा दें। शेष धनराशि यात्रा से पूर्व ली जायेगी।
नोटः दर्शनीय स्थल के टिकट, मनोकामना रोप-वे, पोखरा मे वोटिंग, चित्तवन जंगल सफारी और मुक्तिनाथ परमिट फीस आदि का खर्चा स्वयं यात्री का होगा।
यात्रियों के लिए यात्रा में सुबह चाय, नाश्ता, दोपहर व रात्रि भोजन में दाल, एक सब्जी, चावल, रोटी रहेगी। शाम को चाय होगी। दाल-चावल व रोटी में देशी घी का प्रयोग होगा। सब्जी व नाश्ते में रिफाइंड का प्रयोग होगा। चावल बासमती बनेगा। समयानुसार यात्रियों को पापड़ व अचार भी भोजन के साथ दिया जायेगा। प्याज-लहसुन का प्रयोग पूर्णतः वर्जित होगा। भोजन शुद्ध शाकाहारी सात्विक बनाया जायेगा। यात्रा के दौरान तवा चपाती बनायी जायेगी व समय की उपलब्धता के अनुसार पूड़ी, पराठें व खिचड़ी भी बनायी जायेगी तथा यात्रा में समय अनुसार लंच पैकेट भी दिया जाएगा। रेल द्वारा लम्बी दूरी की यात्रा के दौरान भोजन की व्यवस्था I.R.C.T.C के अधिकृत भोजनालय से की जायेगी। दोपहर एवं रात्रि भोजन के साथ एक पानी की बोतल दी जायेगी ।
हमारी यात्रा में केवल सामान्य दवाई की ही व्यवस्था होगी। जो यात्री नियमित रूप से दवाई लेते हैं वे यात्री यात्रा प्रोग्राम के दिनो के अनुसार कृपया अपनी दवाईयां साथ में लावे | जरुरत पड़ने पर यात्री अपने खर्चे पर अस्पताल / डाक्टर की व्यवस्था अपनी सुविधानुसार कर सकते हैं। प्रत्येक यात्री टाईम टेबल के अनुसार चलने को बाध्य होंगे, यदि किसी कारणवश कोई ग्रुप से अलग होता है तो अगले स्टेशन / गन्तव्य पर यात्री अपने खर्चे पर पहुचेंगें। सभी बसे दर्शनीय स्थलो की पार्किंग तक जाएगी वहा से मन्दिरों की दूरी नगण्य है इसलिए यात्री स्वयं के खर्च से पैदल अथवा रिक्शे से वहाँ जा सकते हैं। इस प्रकार यात्रियों को पैदल कम चलना पड़ेगा। A/C बस यात्रा में A/C सुविधा केवल चलती बस में रहेगी पार्किंग में खड़ी बस में यह सुविधा नहीं होगी। संक्रमक रोगी, मादक पदार्थों का सेवन करने वाले वा झगडालू यात्री को यात्रा से पृथक करने का पूर्ण अधिकार मैनेजर का होगा।
रात्रि विश्राम के लिए होटल का प्रबन्ध यात्रियों के लिए डबल बैड रूम में किया जाएगा लेकिन अगर कोई अलग से सिंगल बेड रूम लेने चाहे तो ऐसे में यात्री 6000 प्रति रूम अतिरिक्त भुगतान करके ले सकते है
यात्री अपने साथ असली पहचान पत्र (आधारकार्ड और वोटर आई.डी.) और 1 पासपोर्ट साईज फोटो अवश्य साथ लावे। यात्रा बुक होने के बाद यात्री अपनी सीट कैंसिल करवाता है तो अग्रिम धनराशि वापिस नहीं की जायेगी। दर्शनीय स्थलों का प्रवेश शुल्क यात्रियों द्वारा वहन किया जायेगा।
यात्रियों को निम्नलिखित नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
यात्रा काल के दौरान आर्थिक, शारीरिक क्षति एवं सामान की जिम्मेदारी यात्री की स्वयं की होगी । व्यवस्थापक यात्रियों के नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगा ।
यदि कोई यात्री किन्हीं कारणवश अथवा अस्वस्थ होने की वजह से अपनी यात्रा अधूरी छोड़कर घर वापिस आना चाहेगा तो उस अवस्था में यात्री को व्यवस्थापक की तरफ से केवल घर तक पहुंचाने हेतु रेलवे का स्लीपर क्लास का टिकिट ही दिया जायेगा। यह व्यवस्था भी केवल यात्रा समाप्ति के 5 दिन पूर्व तक लागू होगी। किराया वापसी किसी भी अवस्था में देय नहीं होगा ।
यात्रा में रेल लेट होने / बस खराब होने / मौसम खराब होने / साप्ताहिक अवकाश / बन्द / रैली आदि के कारण सें किसी स्थान पर दर्शन ना होने पर व्यवस्थापक द्वारा कार्यक्रम में जो भी बदलाव किया जायेगा, यात्रियों से निवेदन है कि परिस्थतियों को समझते हुए उसमें अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
यात्रा काल में मैनेजर यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा देने की कोशिश करेंगे परन्तु फिर भी यात्रा के दौरान थोड़ी असुविधा होना स्वाभाविक है। उस समय 'परदेश नरेश कलेशन' की कहावत के अनुसार तपस्या की भावना से उसे सहन करें व मैनेजर को पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
बस में सबसे पीछे की (5 सीटर) सीट नॉन पुश बैक होती है| उसमें यात्री सहयोग बनाएं | सीट व्यवस्था लॉटरी सिस्टम से रहेगी|
यात्रा विवरण
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शिवशंकर तीर्थ यात्रा की नेपाल यात्रा अद्वितीय रही। काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर से लेकर पोखरा की शांत झीलों तक, हर स्थान ने आत्मा को छू लिया। यात्रा व्यवस्था और गाइड शानदार रहे।
पोखरा की प्राकृतिक सुंदरता, लुंबिनी की पावन भूमि और जनकपुरधाम के दर्शन ने इस यात्रा को यादगार बना दिया। शिवशंकर तीर्थ यात्रा का आयोजन अत्यंत संतोषजनक रहा।
नेपाल यात्रा में हिमालय दर्शन, भक्तपुर की ऐतिहासिक गलियां और गोरखपुर से प्रवेश की रोमांचक यात्रा – यह अनुभव जीवनभर याद रहेगा। पूरी यात्रा व्यवस्थित और आनंददायक रही।
हम एक संगठित तरीके से तीर्थयात्रा आयोजित करते हैं जिसमें तीर्थयात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाला भोजन, सत्संग कार्यक्रम और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।