Pramod kumar Sharma
Delhi
यह स्पेशल तीर्थ यात्रा 8 नवंबर 2024 को वृंदावन से प्रारम्भ होगी।
सम्पूर्ण यात्रा छोटी गाड़ी (सूमो व इको) द्वारा करायी जायेगी।
श्री धाम वृन्दावन में आपका आगमन एवं रात्रि विश्राम वृन्दावन में।
यमुना स्नान, यमुना पूजन, सात धारा गोपेश्वर, निधि वन, रंगनाथ मन्दिर, प्रातः से दोपहर तक (दोपहर का भोजन धर्मशाला में), सायंकाल के समय मानसरोवर, भांडेर वन राधा रानी की विवाह स्थली, बेल वन, माटवन ।
प्रातः जमुना स्नान विश्राम घाट (मथुरा) द्वारकाधीश मन्दिर, कृष्ण जन्म स्थली, जेल कारावास, बिडला मन्दिर, ध्रुव टीला महोली, तपोवन गायत्री मन्दिर (दोपहर का भोजन आश्रम में) सायंकाल जयपुर मन्दिर, कांच मन्दिर, जमाई ठाकुर, सीताराम मन्दिर।
प्रातः लोहवन, रावल दाऊजी, राधा रानी का जन्म स्थान, चिन्ताहरण महादेव, ब्रह्माण घाट, रमनरेती, गोकुल चौरासी खम्बा, पूतना वध, चन्द्रावली, पागल बाबा मन्दिर, अक्रूर घाट, वात्सल्य ग्राम (दोपहर का भोजन लन्च पैक)।
गोर्वधन परिक्रमा यात्रा (ई-रिक्शा द्वारा) (दोपहर का भोजन सुविधानुसार) । सायंकाल, इस्कॉन टैम्पल, वैष्णो देवी, अक्षय पात्र।
चार धाम मन्दिर, डीग जल महल, लक्ष्मण मंदिर, आदि बद्रीनाथ, चरण पहाड़ी, विमल कुण्ड, कामेश्वर महादेव (दोपहर भोजन लन्च पैक) सायंकाल प्रेम मन्दिर।
प्रातः बरसाना, घेवरवन, दानगढ़, मानगढ, राधारानी मन्दिर, ललिता सखी मन्दिर,मोरकुटी, (दोपहर का भोजन आश्रम में)। सायंकाल (स्वयं की सुविधानुसार बांके बिहारी मन्दिर, मदनमोहन मन्दिर ।)
नन्दगाँव, नन्द महल, चरण पहाडी, आशेश्वर महादेव, टेर कदम, संकेत वन, कोकिला वन, गौ चरण लीला, चरण चिन्ह, पावन सरोवर, जाववट, किशोरी कुंड, जय कुंड, ब्रह्मकुंड (दोपहर में लन्च पैक) टेर कुण्ड, चरण गंगा, शेख संया विष्णु दर्शन।
खेलनवन, विहारवन, एचादाऊजी, अक्षय वट, असली चीर घाट, कात्यायिनी देवी, कच्छ वन बिहारी दर्शन, कालिया नाग दमन (दोपहर का भोजन आश्रम में) ।
यमुना पूजन (वृन्दावन) एवं वृन्दावन धाम की सामुहिक परिक्रमा यात्रापूर्ण संकल्प (यात्रा सम्पन्न) एवं दोपहर भोजन के बाद स्वधाम प्रस्थान।
रात्रि विश्राम आश्रम/गेस्ट हाउस वृन्दावन में (तीन/चार बैड के अटैच लैट-बाथरूम कमरों में), चाय, नाश्ता, भोजन, पीने के लिए RO पानी/बोतल, घुमाने के लिए छोटी गाड़ी सहित किराया 14,000/- रूपया प्रति यात्री होगा। एडवांस बुकिंग हेतु 1,000/- प्रति यात्री नगद अथवा ऑनलाइन ‘श्री शिव शंकर तीर्थ यात्रा’ ऋषिकेश के SBI बैंक खाते में जमा करवा दें। बकाया किराया वृन्दावन पहुँचने पर संस्था द्वारा लिया जायेगा। हमारी यात्रा वृन्दावन से शुरू होकर वृन्दावन पर सम्पन्न होगी। यात्री अपनी सुविधानुसार वृन्दावन/ मथुरा स्टेशन पहुंचेगे। (यात्री श्यामाश्याम आश्रम, टेम्पो स्टैंड, पानी की टंकी के सामने, निकट रोडवेज बस स्टैड, वृन्दावन में पहुंचेगे।)
रात्रि विश्राम वृन्दावन में 3/4 बैड के अटैच लेट-बाथ कमरों मे रहेगा । बिस्तर, बर्तन व बाल्टी संस्था द्वारा उपलब्ध करायी जायेगा।
सभी यात्री श्यामाश्याम आश्रम, टेम्पो स्टेंड पानी की टंकी के सामने, निकट रोडवेज बस स्टेंड, वृन्दावन में पहुंचेगे।
यात्रियों के लिए यात्रा काल में चाय-नाश्ता व दोपहर एवं रात्रि भोजन रहेगा। भोजन में एक दाल, एक सब्जी, चावल, रोटी का पूरा प्रबन्ध होगा। शाम को चाय दी जायेगी। रोटी, दाल एवं चावल में देशी घी का प्रयोग होगा एवं नाश्ता, सब्जी एवं पूरी में रिफाइण्ड का प्रयोग होगा। चावल बासमती दोनों समय बनाया जायेगा। समय की उपलब्धता के आधार पर यात्रियों को अचार, पापड़, मीठा, सलाद भी भोजन के साथ दिया जायेगा। प्याज व लहसुन का प्रयोग वर्जित होगा। रेल द्वारा लम्बी दूरी की यात्रा के दौरान भोजन (जैन थाली) की व्यवस्था आई. आर. सी. टी. सी. के अधिकृत भोजनालय से की जायेगी। दोपहर एवं रात्रि भोजन के साथ एक-एक मिनरल वाटर की बोतल यात्रियों को दी जायेगी।
यात्रियों के सामान की सुरक्षा हेतु चौकीदार की सुविधा, चाय, नाश्ता, भोजन बनाने वालों व घुमाने के लिए पर्याप्त व्यक्तियों का प्रबन्ध समिति द्वारा किया जायेगा। कोई भी यात्री सोने व चांदी के जेवर पहनकर न आये। यात्राकाल के दौरान आर्थिक एवं शारीरिक क्षति की जिम्मेदारी यात्री की स्वयं की होगी। व्यवस्थापक यात्रियों के नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगा।
हमारी यात्रा में अकेले वृद्धजन व महिलाएं भी आराम से यात्रा कर सकती हैं। क्योंकि यात्रा का माहौल घर-परिवार जैसा ही रहता है जिस कारण अकेलापन महसूस नहीं होगा।
यात्रियों को चाहिए कि प्रत्येक यात्री अपनी बकाया धनराशि देने के वास्ते अपने साथ नकद रूपया अथवा किसी भी बैंक का ड्राफ्ट/ चैक ‘‘श्री शिवशंकर तीर्थ यात्रा (रजि0)’’ के नाम पर ऋषिकेश शाखा का बनवाकर साथ में लावें।
यात्रियों को निम्नलिखित नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
प्रत्येक विवाद का न्यायक्षेत्र केवल ऋषिकेश (देहरादून) होगा। उपभोक्ता समिति के अन्तर्गत आने वाले विवाद का भी न्यायक्षेत्र ऋषिकेश (देहरादून) ही होगा।
यात्रियों से अनुरोध है कि अपनी बुकिंग कराने के पश्चात् हैड ऑफिस में अवश्य सूचना दें ताकि किसी भी प्रकार की त्रुटि होने की संभावना ना हो। यात्री सीट बुक कराते समय संस्थापक स्व0 लाला शिवचरण लाल अग्रवाल का नाम, फोटो एवं यात्रा संस्था का नाम सावधानी पूर्वक पढ़कर ही सीट बुक करवायें।
प्रत्येक यात्री टाईम टेबल के अनुसार चलने को बाध्य होंगे, यदि किसी कारणवश कोई गु्रप से अलग होता है तो अगले गन्तव्य पर यात्री अपने खर्चे पर पहुचेगें।
संक्रमक रोगी, मादक पदार्थों का सेवन करने वाले अथवा झगडालू यात्री को यात्रा से पृथक करने का पूर्ण अधिकार व्यवस्थापक का होगा।
यदि कोई यात्री किन्हीं कारणवश अथवा अस्वस्थ होने की वजह से अपनी यात्रा अधूरी छोड़कर घर वापिस आना चाहेगा तो उस अवस्था में किराया वापसी देय नहीं होगा।
यात्रा में मौसम खराब होने/साप्ताहिक अवकाश/ बन्द/ रैली आदि के कारण सें किसी स्थान पर दर्शन ना होने पर संस्था/ व्यवस्थापक द्वारा कार्यक्रम में जो भी बदलाव किया जायेगा, यात्रियों से निवेदन है कि परिस्थतियों को समझते हुए उसमें अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
यात्रा काल में मैनेजर यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा देने की कोशिश करेंगे परन्तु फिर भी यात्रा के दौरान थोड़ी असुविधा होना स्वाभाविक है। उस समय ‘परदेश नरेश कलेशन’ की कहावत के अनुसार तपस्या की भावना से उसे सहन करें व व्यवस्थापक को पूर्ण सहयोग प्रदान करें। मुद्रण में किसी भी प्रकार की त्रुटि के वास्ते क्षमा करें।
यात्रा रद्द करने के नियमः- यदि कोई यात्री अपनी सीट बुक कराकर किसी भी कारणवश सीट कैंसिल करवाना चाहे तो यात्रा की रवानगी की तारीख को छोड़कर उससे 12 दिन पूर्व तक लिखित सूचना देने पर सीट कैंसिल कर अग्रिम धनराशि वापिस कर दी जायेगी। रवानगी की तारीख को छोड़कर उससे 12 दिन पूर्व तक लिखित सूचना प्राप्त नहीं होने पर अग्रिम धनराशि वापिस नहीं की जायेगी। यदि बुकिंग यात्रा दिनांक को छोड़कर अन्तिम 12 दिनों में ही की गई है और यात्री अपनी सीट केन्सिल करवाता है तो अग्रिम धनराशि वापिस नही की जायेगी। यदि यात्रा दिनांक का छोड़कर 5 दिन पूर्व तक यात्री द्वारा यात्रा निरस्त की जाती है तो उस स्थिति में यात्री से यात्रा का सम्पूर्ण किराया लेने का कानूनी रूप से अधिकार संस्था को होगा। इसमें किसी भी प्रकार की रियायत नही होगी।
यात्रा विवरण
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Embarking on the Braj Chaurasi Kos Yatra with Shivshankar Tirth Yatra was a spiritual awakening. The meticulously crafted tour package allowed me to immerse myself in the divine aura of Mathura, Vrindavan, and Govardhan. From visiting ancient temples to experiencing the vibrant culture, this journey through Braj was truly enchanting and soul-nourishing.
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